"दर्द लिख सको तो कहना"
About The Book
This unique book is a symbol of the writer’s perspective of love which withholds the idea that love is the driving force in this world and this profound force LOVE, is ETERNAL. In this book the deepest emotions of love and feelings of being in love are imbibed beautifully by the writer.
Through this book the writer has tried to tell the story of finding love, or sometimes love finding it’s own way in the lover’s heart. The book talks about the ecstasy of falling in love, being in love and thriving in love. It tells the story of a lover’s longing and desire of love and it also depicts the pain of separation of two lovers with heart touching emotional intensity.
This book is a special combination of letters, poems and shayari’s written for the writer’s beloved Firdaus. This work of art is very close to the writer’s heart.
इन दस्तावेजों के बारे में
ये अनमोल दस्तावेज़ लेखक का प्रेम के प्रति एक नज़रिया है, प्रेम से शाश्वत कुछ भी नहीं, इस किताब में उनकी भावनाएँ, उनकी संवेदनाएँ, उनका एहसास के दस्तावेज़ों को पिरोया गया है I प्रेम का मिलना या प्रेम का हो जाना, उसका एहसास, उसकी तड़प, उसका विरह और प्रेम की वेदना का बयान है ये अनमोल दस्तावेज़, फ़िरदौस के नाम लिखे गए कुछ ख़त, कुछ कविताएँ और कुछ शायरी का समायोजन है ये किताब जो की लेखक के दिल के बेहद करीब है
लेखक परिचय- डॉ शशांक तिवारी "सारंग"
दार्शनिक प्रकृति के डॉ तिवारी पेशे से प्राध्यापक है और फार्मेसी विधा से पी.एच. डी. है I मगर बहु-प्रतिभाशाली डॉ तिवारी रूह और दिल दोनों से शायर है, इनकी हाजिर जवाबी इन्हें रोचक इंसान की श्रेणी में ला कर खड़ा कर देती है , डॉ तिवारी के बोलने की कला और लेखनी एक अलग तरह की अलख जगाती है, अपने लेखनी का उपयोग कर के कई सामाजिक ज्वलंत मुद्दों को उठाते आये है इस किताब में लिखी गई शायरी उन्ही की प्रतिमूर्ति है, ह्रदय से संवेदनशील रहने वाले डॉ तिवारी पशु प्रेमी भी है, आखों की आजमाईशे पुरजोर चली, नतीज़ा ये निकला की हमें उनसे मुहोब्बत हो गई, जैसे शेर इनके नगीनों में शामिल है डॉ तिवारी कई राष्ट्रीय मंचो पर वक्तव्य दे चुके है अपने कम उम्र में ही ४ अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकें और २५ से ज्यादा शोध पत्र प्रकाशित करा चुके है, कई शोध पत्रिकाओं में संपादक के तौर पर पदस्त है, शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए आई. बी. आर आई, लखनऊ द्वारा डॉ तिवारी को ग्लोबल टाइम्स अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है, डॉ तिवारी कई संस्थानों में सलाहकार के रूप में अपनी सेवाएँ दे रहे है